च्यूड़ा : पहाड़ की खेती का असली स्वाद
hys_adm | October 18, 2020 | 0
धान को भूनने, गरमा-गरम उखल तक पहुंचाने और फिर दना-दन गंज्याले यानि मूसल से उसको कूटने की पूरी प्रक्रिया किसी लयबद्ध कविता की तरह होती है। इसमें शोर के बजाय संगीत उपजता है। ऐसा संगीत जिसको कान, आंख और नाक से […]

