वैज्ञानिकों ने खोले जोशीमठ के ‘राज’
hys_adm | November 1, 2023 | 0
जोशीमठ पर देश के आठ प्रमुख वैज्ञानिक संस्थानों ने अपनी रिपोर्ट्स में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। क्या इस शहर का अस्तित्व सच में खत्म होने वाला या यहां फिर से जिंदगियां आबाद होने वाली हैं… वैज्ञानिकों ने इन सभी […]
हौसला: उत्तराखंड सेना को अफसर देने में अव्वल
hys_adm | December 9, 2022 | 0
देहरादून। उत्तराखंड जनसंख्या और क्षेत्रफल में छोटा राज्य भले ही हो, लेकिन सेना को लेकर यहां के युवाओं का हौसला बुलंद है। यही वजह है कि देश के कई बड़े राज्यों को पछाड़ कर उत्तराखंड हर बार देश को सैन्य अफसर […]
उत्तराखंड में देवभूमि और वीरभूमि की साझा विरासत
hys_adm | July 28, 2022 | 1
क्या आप जानते हैं, उत्तराखंड में एक ऐसा मंदिर स्थित है, जहां विराजने वाली ईष्ट देवी मां काली न सिर्फ अपने भक्तों की रक्षा करती है, बल्कि भारतीय सेना के जवानों की भी रक्षक है। जी हां, कहा जाता है कि […]
जॉर्ज एवरेस्ट : मसूरी की सबसे मजेदार जगह
hys_adm | July 18, 2022 | 0
जॉर्ज एवरेस्ट! पहाड़ों की रानी मसूरी की भीड़-भाड़, चिल्लपौ से दूर एक ऐसी शानदार टूरिस्ट डेस्टिनेशन, जहां प्राकृतिक सुंदरता आपका दिल जीत लेगी। आप खुद को आसमान छूती ऊंचाई पर पाएंगे और धरती पर स्वर्ग का अहसास करेंगे। तैरते बादल और […]
जानिए, दिव्या का दमदार बिजनेस आइडिया
hys_adm | July 15, 2022 | 0
उत्तराखंड में मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता हासिल करने वाली मशरूम गर्ल दिव्या रावत अब एक नए बिजनेस आइडिया के साथ स्वरोजगार की नई इबारत लिखने जा रही हैं। देहरादून के राजपुर रोड पर उन्होंने मशमश रेस्टोरेंट शुरू किया […]
सराहनीय है रूद्राक्ष वाटिका की ये सामूहिक पहल
hys_adm | July 18, 2021 | 0
पेड़ वाले गुरुजी के नाम से मशहूर पर्यावरणविद धन सिंह घरिया की पहल पर पिंडारघाटी (चमोली) के मध्यकड़ाकोट में रूद्राक्ष वाटिया विकसित करने के सामूहिक प्रयास शुरू हुए हैं। रविवार (18 जुलाई 2021) को श्री सिद्धपीठ राजराजेश्वरी गिरिजा भवानी की पावन […]
चमोली का सुमना गांव, जहां टूटा ग्लेशियर
hys_adm | April 24, 2021 | 1
भारत-चीन सीमा से लगे उत्तराखंड के सुमना-2 में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कैंप के समीप शुक्रवार देर शाम को ग्लेशियर टूटकर सड़क पर आ गिरा। ग्लेशियर की चपेट में आने से बीआरओ के आठ मजदूरों की मौत की पुष्टि हुई […]
सड़क और पुल बहे, 13 गांवों का संपर्क…
hys_adm | February 7, 2021 | 1
चमोली जिले की नीति घाटी के तपोवन क्षेत्र में रविवार सुबह ग्लेशियर टूटने से ऋषिगंगा नदी पर बाढ़ आ गई। इसमें ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट तथा तपोवन पावर प्रोजेक्ट बह जाने से जानमाल सहित तपोवन क्षेत्र मे परिसंपत्तियों को भारी नुकसान हुआ […]
चमोली आपदा में कितनी मौतें!
hys_adm | February 7, 2021 | 0
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा के बाद क्या स्थिति है, इसकी सही जानकारी सामने आई है। उत्तराखंड सरकार ने रविवार शाम को आधिकारिक आंकड़े जारी किए हैं।देहरादून सचिवालय स्थित उत्तराखंड सरकार के आपातकालीन परिचालन केंद्र से […]
उत्तराखंड में एक और आपदा
hys_adm | February 7, 2021 | 0
उत्तराखंड में एक और आपदा आई है। आमतौर पर बरसात के मौसम में आपदा का दंश झेलने वाले पहाड़ी राज्य को इस बार सर्द मौसम में भी सितम झेलना पड़ा है। उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से नदी उफान […]
टिहरी : देश का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज…
hys_adm | November 8, 2020 | 1
नई टिहरी। उत्तराखंड के टिहरी जिले में देश का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज डोबरा-चांठी पुल 8 नवंबर से जनता के लिए खुल गया है। रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डोबरा-चांठी पुल का उद्घाटन किया। इस पुल से टिहरी जिले […]
पढ़ाई की नई परिभाषा गढ़ता अर्चना का ‘स्कूल’
hys_adm | October 22, 2020 | 1
एक स्कूल, जहां 6 साल से लेकर 20 साल तक के बच्चे पढ़ते हैं। शिक्षक और बच्चे मिलकर खेतों में काम करते हैं, अपना खाना बनाते हैं और एक-दूसरे को सीखने में मदद करते हैं। साथ मिलकर संगीत गाते और रचते […]
हिमालय को नापने वाले नैन सिंह रावत
hys_adm | October 21, 2020 | 0
नैन सिंह रावत वे शख्स हैं, जिन्होने अंग्रेजों के जमाने में हिमालय के क्षेत्रों की खोजबीन की। बिना किसी आधुनिक उपकरणों के नैन सिंह रावत ने नेपाल से होते हुए तिब्बत तक के व्यापारिक मार्ग का मानचित्रण किया। उन्होंने ही सबसे पहले लहासा की स्थिति तथा ऊंचाई ज्ञात की और […]
लड़ेंगे-जीतेंगे का ककहरा रचती शिवानी
hys_adm | October 20, 2020 | 1
वो पढ़ती हैं, लिखती हैं, आंदोलनों में गरजती हैं, सेमिनार से लेकर टीवी डिबेट तक में बड़ी स्पष्टता और बेबाकी से बात रखती हैं। छात्र राजनीति की परम्परागत दीवारों को तोड़ अस्पताल, दवा, पानी से लेकर गैरसैंण राजधानी तक के जन […]
मीनाक्षी ने ऐपण कला को दिए नए आयाम
hys_adm | October 20, 2020 | 1
लोककलाओं को उनके मूल स्वरूप बरकरार रखते हुए उसमें नए-नए प्रयोग लोगों को खूब भाते हैं। इससे जहां अपनी जड़ों से जुड़े रहने का मौका मिलता है, वहीं इस कला को जारी रख रहे कलावंतों को भी रोजगार और प्रसिद्धि का […]
मंजू टम्टा ने पहाड़ी पिछौड़ा को दिलाई पहचान
hys_adm | October 19, 2020 | 0
पिछौड़ा भले ही उत्तराखंड की कुमाउंनी लोक संस्कृति का पहनावा रहा हो, लेकिन अब यह क्षेत्र और राज्य की सीमाओं को लांघ चुका है। आज इसे कहीं से भी, कभी भी, कोई भी मंगा सकता है। दिलचस्प बात यह है कि […]
च्यूड़ा : पहाड़ की खेती का असली स्वाद
hys_adm | October 18, 2020 | 1
धान को भूनने, गरमा-गरम उखल तक पहुंचाने और फिर दना-दन गंज्याले यानि मूसल से उसको कूटने की पूरी प्रक्रिया किसी लयबद्ध कविता की तरह होती है। इसमें शोर के बजाय संगीत उपजता है। ऐसा संगीत जिसको कान, आंख और नाक से […]
पहाड़ की बेटी चारू का अनोखा हिमालयन कैफे
hys_adm | October 18, 2020 | 0
आप कैफे में आर्डर करते हैं और साथ में संगीत की कोई धुन में बजाने लग जाते हो, या आप चित्रकारी शुरू कर देते हैं। जब तक आपका आर्डर आता है, तब तक आप किसी दीवार, बैंच, डेबल या किसी चीज […]
मांगल गीतों की युवा आवाज बनीं नंदा-किरन
hys_adm | October 17, 2020 | 1
मांगल गीतों को लेकर पहाड़ की उभरती आवाज हैं नंदा और किरन। अपनी प्रतिभा की बदौलत चमोली के मांगल गीतों की प्रतिनिधि आवाज के तौर पर अपना स्थान बना रही है किरन-नंदा की जोड़ी। इनकी जुगलबंदी में गाए मांगल गीतों ने […]
मनुष्य के साहस के सामने आपदाएं भी हारी..
hys_adm | October 13, 2020 | 1
कोविड-19 से विश्वभर में मौत का ताण्डव जारी है। एक समय तो ऐसा भी आया कि दुनिया के बहुत से देशों ने अपने आप को घरों में कैद कर लिया है। गाड़ी के पहिए से लेकर कारखानों की चिमनियों से उगलता […]
मैं रोता-सिसकता मलेथा का सेरा हूं…
hys_adm | October 11, 2020 | 1
‘मलेथा’ ऋषिकेश-श्रीनगर-बदरीनाथ हाईवे पर पड़ने वाला टिहरी जनपद का एक ऐतिहासिक गांव है। माधो सिंह भंडारी का नाम तो आपने सुना ही होगा। गढ़वाल के महान योद्धा, सेनापति और कुशल इंजीनियर माधो सिंह भंडारी, जिन्होंने आज से लगभग 400 साल पहले […]
पहाड़ी पकवान, एक पहाड़ी की नजर से
hys_adm | October 11, 2020 | 13
जब भी संस्कृति शब्द मन में कौंधता है, कितने विचार बनने लगते हैं। संस्कृति को बनने-संवरने में जमाने लग जाते हैं। हम कभी-कभी उसके कुछ छोटे-छोटे हिस्सों को लेकर खींचातानी करने लगते हैं। संस्कृति बहुत व्यापक है, वहां वह सब कुछ […]
चारधाम परियोजना की अनोखी टनल
hys_adm | October 11, 2020 | 1
एक्सक्लूसिव : टनल का नाम आते ही अंधेरी सुरंग का ख्याल मन में आने लगता है। साथ ही किसी पहाड़ी या जमीन के अंदर कटान और उसे बनाने के दृश्य आंखों में तैरने लगते हैं, लेकिन चमोली जिले में एक अनोखी […]
पहाड़ की पीड़ा को फिल्म में उकेरा
hys_adm | October 7, 2020 | 0
कहते हैं, पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम नहीं आते, लेकिन इस बात को अपने काम के जरिये खारिज करने की भरपूर कोशिश की है उत्तराखंड की बेटी सृष्टि लखेड़ा ने। सृष्टि की फिल्म ‘एक था गांव’ […]
काखड़ी चोरी की गाली नहीं लगती बल!
hys_adm | October 4, 2020 | 28
काखड़ी चोरी की गाली नहीं लगती बल! यह बात आप हर पहाड़ी के मुंह से यदा कदा सुन ही लोगे। आाखिर कैसी होती है ये काखड़ी और ऐसा क्या खास है इसमें। चोर क्यों करते हैं इसकी चोरी? क्या आपको पता […]
‘बाखली’ : पहाड़ी परिवेश में आनंद का अनुभव
hys_adm | October 3, 2020 | 1
यदि आप उत्तराखण्ड की प्रकृति, संस्कृति और समाज को समझना चाहते हैं तो आपके लिये एक अच्छी खबर है। जी हां, अब आप सरकारी होम स्टे ‘बाखली’ में रूककर चमोली के गांव, संस्कृति, खानपान का आनंद ले सकते हैं। उत्तराखण्ड में […]
पहाड़ के मेलों की जान है हाथी नृत्य
hys_adm | October 3, 2020 | 0
उत्सवधर्मी पहाड़ में मेलों की सशक्त परम्परा रही है। ये मेले खेती-किसानी, संस्कृति और व्यापार के इर्द-गिर्द आयोजित होते हैं। मेलों में यहां की संस्कृति के विविध रंगों का तानाबाना ऐसा रचा होता है कि आप इसके कायल हुए बिना नहीं […]
उत्तराखंड आंदोलन की ताकत थीं महिलाएं
hys_adm | October 1, 2020 | 0
दो अक्टूबर (रामपुर तिराहाकांड) उत्तराखंड के लोगों के लिए वह टीस है, जिसकी पीड़ा और घाव समय भी नहीं भर सकता है। सत्ता और आंदोलनकारियों के बीच चले इस आंदोलन ने कई दौर देखे हैं। आंदोलनकारियों की एकजुटता, जोश और बलिदान […]
सिपाहियों के हक के लिए भी लड़े गढ़वाली
hys_adm | October 1, 2020 | 1
आज वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि है। वही ‘गढ़वाली’ जो किस्सों कहानियों में पेशावर कांड के नायक के रूप में विद्यमान हैं। आज भी लोगों के जेहन में उनके गांधी से लेकर जवाहर लाल नेहरू तक के किस्से रचे-बसे हैं। […]
फेर बल्दा फेर! खेती में पशुओं के उपयोग…
hys_adm | September 30, 2020 | 0
फेर बल्दा फेर बल्दा फेर फेर फेर फेर! पहाड़ के घरों के आंगन में जब फेर बल्दा की आवाजें बैलों की घण्टियों के साथ गूंजने लगे तो समझिए फसल को कोठार तक पहुंचाने की तैयारी जोरों पर चल रही है। गेहूं […]
मेलु घिंघोरा की दाणी खेजा…
hys_adm | September 27, 2020 | 0
मेलु घिंघोरा की दाणी खेजा, छोया दुलुयुं कु पानी पेजा…. उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध लोकगीतकार नरेन्द्र सिंह नेगी के इस भावुक गीत में घिन्गोरा की दाणी खेजा की जो बात हो रही है, पहाड़ के लोग इसके दीवाने होते हैं। लेकिन क्या […]
मंग्ल्यौर! पहाड़ में इनके बिना अधूरे हैं शुभकार्य…
hys_adm | September 27, 2020 | 0
इसको चाहत, प्रेम या समर्पण क्या नाम दें! शायद इसको शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह तो बस फना होने जैसा है, जिसमें किसी एक के बिना दूसरे के अस्तित्व की कल्पना करना बेमानी है। यही सब बरबस मन में […]
दीपावली की तैयारी ऐपण से!
hys_adm | September 27, 2020 | 0
खेतों का अनाज कोठारों तक पहुंचाने के बाद कुमाऊं का समाज घरों की साफ-सफाई पर जुट जाता है। दीपावली से पहले घर को ऐपण से जो सजाना होता है। इसलिए बरसात खत्म होते ही खेतों से अनाज कोठार में पहुंचाने की […]
तोता सिंह ठेकेदार और तोता घाटी, रोचक इतिहास
hys_adm | September 27, 2020 | 2
ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग ( नेशनल हाईवे) पर व्यासी के बाद और साकनीधार से पहले पड़ने वाली तोताघाटी की चट्टानों के बीच से गुजरने का अनुभव जितना रोमांचकारी है, उतनी ही रोचक यहां सड़क निर्माण से जुड़ी कहानी है। अब शायद आपको वह […]
औषधीय गुणों की खान है कौणी
hys_adm | September 27, 2020 | 0
पहाड़ी ढ़लानों पर सीढ़ीदार खेतों की मेडों पर लहराती कौंणी की फसल बला की खूबसूरत लगती है। सियार की सुनहरी पूंछ सी खेतों के किनारे हिलती-डुलती रहती है। कौणी विश्व की प्राचीनतम फसलों में से एक है। चीन में तो नवपाषाण […]
हिमालय की लोकदेवी झालीमाली
hys_adm | August 16, 2020 | 0
मध्य हिमालय में देवी भगवती/दुर्गा के नौ रूपों यथा शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघण्टा, कुशमाण्डा, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री के अतिरिक्त अन्य कई स्थानीय रूप हैं। इसमें नंदा, राजराजेश्वरी, चन्द्रबदनी, सुरकण्डा, भ्रामरी, मठियाणा, कुंजापुरी, धारीदेवी, ज्वालपा, भराड़ी, गढ़देवी, कंसमर्दिनी, पातालभुवनेश्वरी, अनुसूया, झूलादेवी, […]
पहाड़ में छानियां और उनका लोक महत्व
hys_adm | August 16, 2020 | 0
खेती किसानी किसी बच्चे की परवरिश करने जैसा कर्म है। पीढ़ी-दर-पीढ़ी इसकी समझ और बेहतर होती जाती है। खेत को हल से लेकर बिजाई, निराई-गुड़ाई और कटाई कब करनी है, इससे जुड़ी छोटी से छोटी बात को समझना और उसके लिए […]
आजादी की लड़ाई से जुड़ा गांव का किस्सा…
hys_adm | August 16, 2020 | 1
पहाड़ के गांवों में भी आजादी की लड़ाई की चिंगारी उठी थी। बच्चे से लेकर बड़े तक अपने-अपने तरीकों से अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाते रहे। आजादी की लड़ाई से जुड़ा चमोली जिले के चोपता गांव (कड़ाकोट) का किस्सा, आपके […]
यही तो सीखने का जश्न ठैरा…
hys_adm | August 9, 2020 | 1
सुबह आठ बजे हैं। चटक धूप में गोपेश्वर की चारों ओर की पहाड़ियों पर बर्फ चमक रही है। चमोली जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों से बच्चे और उनके शिक्षक गोपेश्वर में जुटने लगे हैं। अपने हाथों में चार्ट, फाइल और खूब सारे […]
राजी रहो मेरे खेल खिलाड्यों, अब आऊंगी दूसरे…
hys_adm | August 9, 2020 | 0
ठंड कम होने के साथ ही उत्सवधर्मी पहाड़ और पहाड़ी समाज इस पल को उत्सवों में बदलने की कोई कसर नही छोड़ता है। जंगल बुरांश, मेहल, प्यूली के फूलों से लकदक होते हैं तो चीड़ अपने परागण से पूरी धरती को […]