
सराहनीय है रूद्राक्ष वाटिका की ये सामूहिक पहल
hys_adm | July 18, 2021 | 0 | जंगल , पर्यावरण
पेड़ वाले गुरुजी के नाम से मशहूर पर्यावरणविद धन सिंह घरिया की पहल पर पिंडारघाटी (चमोली) के मध्यकड़ाकोट में रूद्राक्ष वाटिया विकसित करने के सामूहिक प्रयास शुरू हुए हैं। रविवार (18 जुलाई 2021) को श्री सिद्धपीठ राजराजेश्वरी गिरिजा भवानी की पावन धरती चोपता में रूद्राक्ष वाटिका की स्थापना के तहत पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। चोपता क्षेत्र में रूद्राक्ष के साथ ही विभिन्न फल, चारा और पुष्प प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया। चोपता चौंरी मंदिर परिसर में महिला मंगल दल, युवक मंगल दल, ग्राम पंचायत, ग्राम व्यवस्था समिति के तत्वावधान में ग्रामीणों ने पौधरोपण करने के साथ, इनकी देखरेख का भी संकल्प लिया।

200 से ज्यादा पौधों का रोपण
पर्यावरणविद धन सिंह गरिया ने बताया कि इस क्षेत्र में रूद्राक्ष वन को विकसित करने पर काफी समय से विचार किया जा रहा था। शुरुआत 21 रूद्राक्ष के पौधों के रोपण के साथ की गई। यहां की जलवायु में यदि ये हो पाते हैं तो आने वाले समय में इसको विस्तार दिया जाएगा। रूद्राक्ष के अलावा अमरूद, हेड़ा, बहेड़ा, आवला, बांस, ग्वेराल, जकरेण्डा, बोटल, आदि प्रजाति के करीब 200 पौधों का रोपण किया गया।

पौधों को पालने-पोसने की बड़ी जिम्मेदारी
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के जगमोहन चोपता ने बताया कि क्षेत्र में सामुदायिक सहभागिता के तहत पर्यावरण के संरक्षण और संवर्द्धन की शुरुआत है। विभिन्न प्रजातियों के 200 पौधों को लगाने का यह काम आज पूरा हुआ है, लेकिन इन पौधों की देखभाल और इनको वृक्ष बनने की यात्रा तक पालने-पोसने की बड़ी जिम्मेदारी हम सभी की है। सामाजिक कार्यकर्ता सरोप सिंह सिनवाल ने कहा कि यह प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि पौधरोपण के साथ ही अब हमारी ये जिम्मेदारी भी बढ़ गई है हम इन पौधों का अच्छे से ख्याल रखें।

रूद्राक्ष और चंदन के लिए प्रसिद्ध हो क्षेत्र
ग्राम प्रधान पृथ्वी सिंह नेगी ने बताया कि ग्राम पंचायत, महिला मंगल दल, युवक मंगल दल, ग्राम व्यवस्था समिति, मंदिर कमेटी, गायत्री परिवार के साझा प्रयासों से इस कार्य को संपन्न किया गया। इस तरह के प्रयास से क्षेत्र में सौहार्द और बेहतरी होगी। सामुदायिक भागीदारी के तहत दुर्गा वन वाटिका, छाम क्षेत्र एवं मल्लबेड़ी क्षेत्र में विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया। समाजसेवी गंभीर सिंह फरस्वाण ने कहा कि हर साल रूद्राक्ष वाटिका में रूद्राक्ष और चंदन के वृक्षों का रोपण किया जाएगा। इससे यह क्षेत्र रूद्राक्ष और चंदन के लिए प्रसिद्ध हो पाए। इसके लिए चयनित जगह को लगातार देखरेख की जाएगी।

वन अधिकारी भी आयोजन में शरीक हुए
वन विभागीय कर्मचारियों में बदरीनाथ वन प्रभाग के प्रभारी वन क्षेत्राधिकारी क्षेत्र नारायणबगड़ टीआर सती, अलकनंदा वन प्रभाग से धीरज गुसाईं भी उक्त महोत्सव में शरीक हुए। क्षेत्र पंचायत सदस्य मुकेश लाल ने सभी का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर मंदिर कमेटी चोपता के अध्यक्ष अवतार सिंह सिनवाल, शिक्षक भाष्करानंद सती, सोबन सिंह रावत, बीरबल सिंह रावत, यदुवीर सिंह रावत, बलबीर सिंह नेगी, मोहन सिंह नेगी, प्रभात रावत, आशा देवी, प्रेमा देवी, अनीता देवी, देवेश्वरी देवी, चंदा देवी, कुंवारी देवी, सुला देवी, राखी देवी आदि सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने हिस्सा लिया।
