सिपाहियों के हक के लिए भी लड़े गढ़वाली
hys_adm | October 1, 2020 | 1
आज वीर चंद्र सिंह गढ़वाली की पुण्यतिथि है। वही ‘गढ़वाली’ जो किस्सों कहानियों में पेशावर कांड के नायक के रूप में विद्यमान हैं। आज भी लोगों के जेहन में उनके गांधी से लेकर जवाहर लाल नेहरू तक के किस्से रचे-बसे हैं। […]
दीपावली की तैयारी ऐपण से!
hys_adm | September 27, 2020 | 0
खेतों का अनाज कोठारों तक पहुंचाने के बाद कुमाऊं का समाज घरों की साफ-सफाई पर जुट जाता है। दीपावली से पहले घर को ऐपण से जो सजाना होता है। इसलिए बरसात खत्म होते ही खेतों से अनाज कोठार में पहुंचाने की […]
हिमालय की लोकदेवी झालीमाली
hys_adm | August 16, 2020 | 0
मध्य हिमालय में देवी भगवती/दुर्गा के नौ रूपों यथा शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघण्टा, कुशमाण्डा, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री के अतिरिक्त अन्य कई स्थानीय रूप हैं। इसमें नंदा, राजराजेश्वरी, चन्द्रबदनी, सुरकण्डा, भ्रामरी, मठियाणा, कुंजापुरी, धारीदेवी, ज्वालपा, भराड़ी, गढ़देवी, कंसमर्दिनी, पातालभुवनेश्वरी, अनुसूया, झूलादेवी, […]
आजादी की लड़ाई से जुड़ा गांव का किस्सा…
hys_adm | August 16, 2020 | 1
पहाड़ के गांवों में भी आजादी की लड़ाई की चिंगारी उठी थी। बच्चे से लेकर बड़े तक अपने-अपने तरीकों से अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाते रहे। आजादी की लड़ाई से जुड़ा चमोली जिले के चोपता गांव (कड़ाकोट) का किस्सा, आपके […]
लोककथा : बारिश के बुलबुले
hys_adm | July 19, 2020 | 0
बात उन दिनों की है जब देश में लोग लम्बी लम्बी यात्राएं पैदल तय किया करते थे। यातायात के साध्न बहुत कम थे पहाड़ों में लोग अपने जीवनोपयोगी आवश्यकताओं की चीजें लेने गांवों से कई सौ किलोमीटर दूर शहरों में जाया […]