जानिए, दिव्या का दमदार बिजनेस आइडिया
hys_adm | July 15, 2022 | 0
उत्तराखंड में मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता हासिल करने वाली मशरूम गर्ल दिव्या रावत अब एक नए बिजनेस आइडिया के साथ स्वरोजगार की नई इबारत लिखने जा रही हैं। देहरादून के राजपुर रोड पर उन्होंने मशमश रेस्टोरेंट शुरू किया […]
सड़क और पुल बहे, 13 गांवों का संपर्क…
hys_adm | February 7, 2021 | 1
चमोली जिले की नीति घाटी के तपोवन क्षेत्र में रविवार सुबह ग्लेशियर टूटने से ऋषिगंगा नदी पर बाढ़ आ गई। इसमें ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट तथा तपोवन पावर प्रोजेक्ट बह जाने से जानमाल सहित तपोवन क्षेत्र मे परिसंपत्तियों को भारी नुकसान हुआ […]
चमोली आपदा में कितनी मौतें!
hys_adm | February 7, 2021 | 1
उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने से आई आपदा के बाद क्या स्थिति है, इसकी सही जानकारी सामने आई है। उत्तराखंड सरकार ने रविवार शाम को आधिकारिक आंकड़े जारी किए हैं।देहरादून सचिवालय स्थित उत्तराखंड सरकार के आपातकालीन परिचालन केंद्र से […]
उत्तराखंड में एक और आपदा
hys_adm | February 7, 2021 | 1
उत्तराखंड में एक और आपदा आई है। आमतौर पर बरसात के मौसम में आपदा का दंश झेलने वाले पहाड़ी राज्य को इस बार सर्द मौसम में भी सितम झेलना पड़ा है। उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर फटने से नदी उफान […]
टिहरी : देश का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज…
hys_adm | November 8, 2020 | 1
नई टिहरी। उत्तराखंड के टिहरी जिले में देश का सबसे लंबा सस्पेंशन ब्रिज डोबरा-चांठी पुल 8 नवंबर से जनता के लिए खुल गया है। रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने डोबरा-चांठी पुल का उद्घाटन किया। इस पुल से टिहरी जिले […]
हिमालय को नापने वाले नैन सिंह रावत
hys_adm | October 21, 2020 | 0
नैन सिंह रावत वे शख्स हैं, जिन्होने अंग्रेजों के जमाने में हिमालय के क्षेत्रों की खोजबीन की। बिना किसी आधुनिक उपकरणों के नैन सिंह रावत ने नेपाल से होते हुए तिब्बत तक के व्यापारिक मार्ग का मानचित्रण किया। उन्होंने ही सबसे पहले लहासा की स्थिति तथा ऊंचाई ज्ञात की और […]
मीनाक्षी ने ऐपण कला को दिए नए आयाम
hys_adm | October 20, 2020 | 0
लोककलाओं को उनके मूल स्वरूप बरकरार रखते हुए उसमें नए-नए प्रयोग लोगों को खूब भाते हैं। इससे जहां अपनी जड़ों से जुड़े रहने का मौका मिलता है, वहीं इस कला को जारी रख रहे कलावंतों को भी रोजगार और प्रसिद्धि का […]
मंजू टम्टा ने पहाड़ी पिछौड़ा को दिलाई पहचान
hys_adm | October 19, 2020 | 2
पिछौड़ा भले ही उत्तराखंड की कुमाउंनी लोक संस्कृति का पहनावा रहा हो, लेकिन अब यह क्षेत्र और राज्य की सीमाओं को लांघ चुका है। आज इसे कहीं से भी, कभी भी, कोई भी मंगा सकता है। दिलचस्प बात यह है कि […]
च्यूड़ा : पहाड़ की खेती का असली स्वाद
hys_adm | October 18, 2020 | 0
धान को भूनने, गरमा-गरम उखल तक पहुंचाने और फिर दना-दन गंज्याले यानि मूसल से उसको कूटने की पूरी प्रक्रिया किसी लयबद्ध कविता की तरह होती है। इसमें शोर के बजाय संगीत उपजता है। ऐसा संगीत जिसको कान, आंख और नाक से […]
पहाड़ की बेटी चारू का अनोखा हिमालयन कैफे
hys_adm | October 18, 2020 | 1
आप कैफे में आर्डर करते हैं और साथ में संगीत की कोई धुन में बजाने लग जाते हो, या आप चित्रकारी शुरू कर देते हैं। जब तक आपका आर्डर आता है, तब तक आप किसी दीवार, बैंच, डेबल या किसी चीज […]
मांगल गीतों की युवा आवाज बनीं नंदा-किरन
hys_adm | October 17, 2020 | 3
मांगल गीतों को लेकर पहाड़ की उभरती आवाज हैं नंदा और किरन। अपनी प्रतिभा की बदौलत चमोली के मांगल गीतों की प्रतिनिधि आवाज के तौर पर अपना स्थान बना रही है किरन-नंदा की जोड़ी। इनकी जुगलबंदी में गाए मांगल गीतों ने […]
मैं रोता-सिसकता मलेथा का सेरा हूं…
hys_adm | October 11, 2020 | 1
‘मलेथा’ ऋषिकेश-श्रीनगर-बदरीनाथ हाईवे पर पड़ने वाला टिहरी जनपद का एक ऐतिहासिक गांव है। माधो सिंह भंडारी का नाम तो आपने सुना ही होगा। गढ़वाल के महान योद्धा, सेनापति और कुशल इंजीनियर माधो सिंह भंडारी, जिन्होंने आज से लगभग 400 साल पहले […]
पहाड़ी पकवान, एक पहाड़ी की नजर से
hys_adm | October 11, 2020 | 13
जब भी संस्कृति शब्द मन में कौंधता है, कितने विचार बनने लगते हैं। संस्कृति को बनने-संवरने में जमाने लग जाते हैं। हम कभी-कभी उसके कुछ छोटे-छोटे हिस्सों को लेकर खींचातानी करने लगते हैं। संस्कृति बहुत व्यापक है, वहां वह सब कुछ […]
चारधाम परियोजना की अनोखी टनल
hys_adm | October 11, 2020 | 0
एक्सक्लूसिव : टनल का नाम आते ही अंधेरी सुरंग का ख्याल मन में आने लगता है। साथ ही किसी पहाड़ी या जमीन के अंदर कटान और उसे बनाने के दृश्य आंखों में तैरने लगते हैं, लेकिन चमोली जिले में एक अनोखी […]
पहाड़ की पीड़ा को फिल्म में उकेरा
hys_adm | October 7, 2020 | 1
कहते हैं, पहाड़ का पानी और पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम नहीं आते, लेकिन इस बात को अपने काम के जरिये खारिज करने की भरपूर कोशिश की है उत्तराखंड की बेटी सृष्टि लखेड़ा ने। सृष्टि की फिल्म ‘एक था गांव’ […]
काखड़ी चोरी की गाली नहीं लगती बल!
hys_adm | October 4, 2020 | 37
काखड़ी चोरी की गाली नहीं लगती बल! यह बात आप हर पहाड़ी के मुंह से यदा कदा सुन ही लोगे। आाखिर कैसी होती है ये काखड़ी और ऐसा क्या खास है इसमें। चोर क्यों करते हैं इसकी चोरी? क्या आपको पता […]
पहाड़ के मेलों की जान है हाथी नृत्य
hys_adm | October 3, 2020 | 2
उत्सवधर्मी पहाड़ में मेलों की सशक्त परम्परा रही है। ये मेले खेती-किसानी, संस्कृति और व्यापार के इर्द-गिर्द आयोजित होते हैं। मेलों में यहां की संस्कृति के विविध रंगों का तानाबाना ऐसा रचा होता है कि आप इसके कायल हुए बिना नहीं […]
फेर बल्दा फेर! खेती में पशुओं के उपयोग…
hys_adm | September 30, 2020 | 2
फेर बल्दा फेर बल्दा फेर फेर फेर फेर! पहाड़ के घरों के आंगन में जब फेर बल्दा की आवाजें बैलों की घण्टियों के साथ गूंजने लगे तो समझिए फसल को कोठार तक पहुंचाने की तैयारी जोरों पर चल रही है। गेहूं […]
मंग्ल्यौर! पहाड़ में इनके बिना अधूरे हैं शुभकार्य…
hys_adm | September 27, 2020 | 0
इसको चाहत, प्रेम या समर्पण क्या नाम दें! शायद इसको शब्दों में बयां करना मुश्किल है। यह तो बस फना होने जैसा है, जिसमें किसी एक के बिना दूसरे के अस्तित्व की कल्पना करना बेमानी है। यही सब बरबस मन में […]
दीपावली की तैयारी ऐपण से!
hys_adm | September 27, 2020 | 1
खेतों का अनाज कोठारों तक पहुंचाने के बाद कुमाऊं का समाज घरों की साफ-सफाई पर जुट जाता है। दीपावली से पहले घर को ऐपण से जो सजाना होता है। इसलिए बरसात खत्म होते ही खेतों से अनाज कोठार में पहुंचाने की […]
हिमालय की लोकदेवी झालीमाली
hys_adm | August 16, 2020 | 0
मध्य हिमालय में देवी भगवती/दुर्गा के नौ रूपों यथा शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघण्टा, कुशमाण्डा, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री के अतिरिक्त अन्य कई स्थानीय रूप हैं। इसमें नंदा, राजराजेश्वरी, चन्द्रबदनी, सुरकण्डा, भ्रामरी, मठियाणा, कुंजापुरी, धारीदेवी, ज्वालपा, भराड़ी, गढ़देवी, कंसमर्दिनी, पातालभुवनेश्वरी, अनुसूया, झूलादेवी, […]
पहाड़ में छानियां और उनका लोक महत्व
hys_adm | August 16, 2020 | 0
खेती किसानी किसी बच्चे की परवरिश करने जैसा कर्म है। पीढ़ी-दर-पीढ़ी इसकी समझ और बेहतर होती जाती है। खेत को हल से लेकर बिजाई, निराई-गुड़ाई और कटाई कब करनी है, इससे जुड़ी छोटी से छोटी बात को समझना और उसके लिए […]
राजी रहो मेरे खेल खिलाड्यों, अब आऊंगी दूसरे…
hys_adm | August 9, 2020 | 0
ठंड कम होने के साथ ही उत्सवधर्मी पहाड़ और पहाड़ी समाज इस पल को उत्सवों में बदलने की कोई कसर नही छोड़ता है। जंगल बुरांश, मेहल, प्यूली के फूलों से लकदक होते हैं तो चीड़ अपने परागण से पूरी धरती को […]
लोकगीतों, कहानियों और किस्सों में रचाबसा नाम हिंसर
hys_adm | July 19, 2020 | 0
प्रकृति ने पहाड़ों को दिल खोल कर उपहार दिये हैं। देखिये न यहीं उपहार यहां के जंगलों में भांति-भांति के फल, फूल और कंद-मूल के रूप में बिराजमान हैं। आप यहां के जंगलों में बारहों महीने कुछ न कुछ फलते-फूलते देख […]
उम्मीदों और आकर्षण का नाम मध्य हिमालय
hys_adm | July 19, 2020 | 0
प्रकृति ने मध्य हिमालय को अपनी बेपनाह खूबसूरती से नवाजा है। इसका दीदार करने के लिये दुनियाभर के सैलानी, लेखक, चिंतक और पर्यावरणविद् सदियों से आते रहे हैं। यह मध्य हिमालय का आकर्षण ही है कि काका कालेकर, गांधी,राहुल सांकृत्यायन, बाबा […]